दृढ़ इच्छाशक्ति और सरकार के मार्गदर्शन से, कोई भी बच्चा समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकता है
हल्द्वानी 24 अप्रैल -फतेहपुर में सरकार से पंजीकृत 'जय शारदा स्वयं सहायता समूह' के माध्यम से संचालित केंद्र "सेवालय" एक असामान्य सपना साकार कर रहा है, जिसमें दिव्यांग बच्चे सिर्फ सहानुभूति नहीं, बल्कि अधिकार और सम्मान के साथ जीना सीख रहे है।
केंद्र में शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों के लिए गतिविधियों का ऐसा मंच बन चुका है, जहां वो न केवल शारीरिक मानसिक रूप से मजबूत बन रहे है, बल्कि समाज की मुख्यधारा में आत्मविश्वास के साथ जुड़ भी पा रहे है। केंद्र के संचालक रोहित जोशी बताते है कि इस केंद्र में कुमाऊं के हर जिले से बच्चे निवासरत है। यहां बच्चों को इनडोर, आउटडोर खेल, ऐपन कला, क्राफ्ट कंप्यूटर शिक्षा के साथ ही सामाजिक व्यवहार के बारे में पूर्ण जानकारी दी जाती है।
बच्चों को डांस और हर ऐक्टिविटी को सिखाया जाता है एक निश्चित समय के अंतर्गत यह केंद्र आज सिर्फ एक प्रशिक्षण केंद्र नहीं, बल्कि दिव्यांग बच्चों के सपनों की पहली सीढ़ी बन चुका है, जहां इन बच्चों को सम्मान, स्वतंत्रता और स्वाभिमान मिल रहा है। दृढ़ इच्छाशक्ति और सरकार का सही मार्गदर्शन हो, तो कोई भी बच्चा समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकता है।