बैसाखी का पर्व धूमधाम से मनाया

 हल्द्वानी 14 अप्रैल बैसाखी का यह पर्व फसल कटाई का त्यौहार है और किसान रवि की फसल के पकने का प्रतीक भी मानते हैं इस दिन किसान अपने खेतों में प्रचुर मात्रा में उत्पन्न हुई फसलों को देख आनंदित होता है और ईश्वर का धन्यवाद करते हुए भविष्य की समृद्धि के प्रार्थना करता है।

  किसान द्वारा अपनी उपज को बेचने के लिए वैशाखी मेले का आयोजन किया जाता था आज भी कई स्थानों पर मेले का आयोजन होता है। हल्द्वानी से 8 किलोमीटर दूर गांधी आश्रम स्थान पर वैशाखी मेला लगाया जाता है जो लगभग 70 सालों से चलता आ रहा है, जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण जनता अपनी आवश्यकताओं का सामान खरीदते हैं और इस मेले में बच्चों के लिए गुब्बारे व खिलौने आइसक्रीम चाट पकौड़ी महिलाओं के लिए रसोई का उपयोगी सामान व श्रृंगार चूड़ी बिंदी आदि यहां पर मिलता है। लोग दूर-दूर से खरीदारी करने आते हैं लेकिन यहां पर जगह का अभाव होने से रोड के ऊपर ही यह बाजार लगाया जाता है और आगामी भविष्य में रोड पर यातायात को देखते इस मेले पर खतरा मॅडरा रहा है लोगों का मानना है कि सरकारी सहयोग से मेले को सही जगह पर भूमि मिलने से यह मेला भविष्य में ऐतिहासिक स्थान लेगा।

 इसको बनाए रखने के लिए सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए।