आईटीडीए द्वारा "चारधाम यात्रा डैशबोर्ड" का किया निर्माण

       राजभवन /नैनीताल 29 मई - चारधाम यात्रा को राज्य में सुगम एवं प्रभावी बनाने हेतु सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अन्तर्गत संचालित आईटीडीए द्वारा ‘‘चारधाम यात्रा डैशबोर्ड’’ तैयार किया गया है। जिसका प्रस्तुतीकरण निदेशक आईटीडीए नितिका खंडेलवाल ने बुधवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) को वर्चुअल माध्यम से दिया। इस डैशबोर्ड का निर्माण दिनांक 03 मई, 2024 को राज्यपाल द्वारा विभिन्न विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर राज्य में यात्रा का सफल संचालन यथा तीर्थयात्रियों का पंजीकरण, स्क्रीनिंग, यात्रा मार्ग प्रास्थिति, आवासीय एवं मूलभूत आवश्यकताओं की बेहतर सुविधा, स्वास्थ्य सेवाओं का यथासमय तीर्थयात्रियों को उपलब्ध कराने संबंधी विभिन्न पहलुओं के सुदृढ़ीकरण हेतु निर्देश दिये गये थे। इसमें प्रमुख रूप से सम्पूर्ण यात्रा का डिजिटली अनुश्रवण किये जाने हेतु डिजिटल चारधाम डैशबोर्ड निर्माण करने के निर्देश निदेशक, आईटीडीए को दिये गये थे। उक्त के अनुपालन एवं राज्यपाल के मार्गदर्शन में आधुनिक रियल टाइम मॉनिटरिंग चारधाम यात्रा डैशबोर्ड का निर्माण किया गया।

      प्रथम चरण में 9 प्रमुख विभागों स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग, पर्यटन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, यूकाडा, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय, पुलिस, लोक निर्माण विभाग और गढ़वाल मंडल विकास निगम लिमिटेड के विभागों को शामिल कर महत्वपूर्ण डेटा एकीकृत किया गया है। उक्त डैशबोर्ड की विशेषताओं पर राज्यपाल द्वारा विश्वास व्यक्त करते हुए कहा गया, कि यह अत्याधुनिक डैशबोर्ड निर्णय-निर्माताओं को यात्रा के संचालन को सुव्यवस्थित करने और देवभूमि की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों की सुगम यात्रा में मददगार होगा। राज्यपाल ने आईटीडीए द्वारा विभिन्न विभागों के साथ सामूहिक समन्वय स्थापित करने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा डैशबोर्ड हमारी अटूट प्रतिबद्धता को प्रौद्योगिकी के माध्यम से यात्रियों के कल्याण और एक सुगम आध्यात्मिक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सहायता प्रदान करेगा व चारधाम यात्रा प्रबंधन के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।

      राज्यपाल ने निदेशक आईटीडीए और उनकी पूरी टीम को इस डैशबोर्ड को तैयार करने के लिए बधाई एवं उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी और डिजिटलीकरण के माध्यम से जिस प्रकार यात्रा से जुड़े विभागों को इसमें एकीकृत किया गया है उससे यात्रियों को सुविधा होगी और भविष्य के लिए योजना बनाने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि हमें टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके एक नई कार्य संस्कृति प्रारंभ करनी होगी जो वर्तमान समय की मांग है।